कोटा नरेश दुर्जनसाल निसंतान थे अंता के जागीरदार विशन सिंह का पोता अजित सिंह हिम्मत सिंह झाला की कृपा से सन1756-59 कोटा के शासक बने उनसे मीनों का काफी संघर्ष चला जिसका वर्णन सूर्यमल मिश्रण ने अपने ग्रन्थ ''वंश भास्कर के पृष्ट -743 पर किया उनके तीन पुत्र थे छत्रसाल,गुमानसिंह,एवं राज सिंह थे अजित सिंह दुवारा कई मीना गाँवो को नष्ट किया गया कई गाँवो को घेर लिया मीना योद्धा घिर जाने के बाद भी घबराए नहीं वे युद्ध को आतुर थे कोटा-बूंदी के मीना योद्धाओ ने अपने बांस से बने धनुषो की दोहरी प्रत्यंचा चढ़ा ली कमर लोहे की कटार शारीर के पीछे दो तीर भरे तरकस शीर पर पगड़ी उसमे मयूर पंख और धोखडा वृक्ष के पत्तो से सुसज्जित मुकुट पहने डू डू की किलकारी करते हुए अजित सिंह से कड़ा मुकाबला किया | वंस भास्कर का पृष्ट रविन्द्र पेड़वा के सहयोग से मिला है | मीनों के संघर्ष की एक बानगी आपके लिए |
Thursday, 5 May 2016
हाड़ोती के मीनों का संघर्ष
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